RANCHI-रांची में होटल पर प्रशासन का चला बुलडोजर ? भारी संख्या में पुलिस बल की थी तैनाती, अभी और कई घरों पर मंडरा रहा है खतरा
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RANCHI-रांची में होटल पर प्रशासन का चला बुलडोजर ? भारी संख्या में पुलिस बल की थी तैनाती, अभी और कई घरों पर मंडरा रहा है खतरा

RANCHI-राजधानी के रातू थाना क्षेत्र के नवा सोसों डैम साइड में आज अधिकृत जमीन भूमि पर किए गए अतिक्रमण कार्यों को चिन्हित करते हुए आज दिनांक 7.11.2005 को अतिक्रमण हटाया गया……इस अतिक्रमण अभियान कुल साथ मकानों को चिन्हित किया गया था…..इस मौके पर रातू आंचल सी ओ रवि कुमार रातू अंचल निरीक्षक सरफराज अफजल, कनीय अभियंता साथ ही पीएचडी विभाग के एसडीओ उपस्थित थे….. किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो सघ ही विधि व्यवस्था क़ो बनाये रखने हेतु पुलिस बल,सशस्त्र बल, लाठी बल पुलिस बल साथी महिला बाल की तैनाती की गई थी…

इस अभियान को सफल बनाने के लिए न्यूनतम दो जेसीबी मशीन एवं चार ट्रैक्टर लगाए गए थे….. आप क़ो हम बता दें की है विगत दो महीने पहले ही रातू अंचल कार्यालय से सभी अतिक्रमण किए गए लोगों को नोटिस दिया गया था…… नोटिस देने के बाद सभी का समय समाप्त होने के बाद आज अतिक्रमित किए गए मकान और चारदीवारी को ध्वस्त किया गया…. आपको हम बताते चले कि इस नोटिस के मिलने के बाद मोहल्ला के लोगों के बीच में रोष देखा गया….. सभी यह कहना था की जमीन 10 साल पहले ही खरीद बिक्री हो चुकी है और हम सभी का रजिस्ट्री साथ ही मोटेशन भी हो चुका है….

पिछले 10 सालों से हम सभी सरकार को राजस्व के रूप में टैक्स देते आ रहे हैं….. अगर हम सभी ग्रीनलैंड के अंतर्गत आते हैं तो सरकार ने हमारा जमीन का मोटेशन कैसे किया….. विभाग की गलती की सजा हम सभी गरीबों को क्यों मिले…. सवाल यह खड़ा होता है कि अगर विभाग के द्वारा ग्रीन लैंड की जमीन की रजिस्ट्री और मोटेशन किया गया है इसकी सजा आम जनता तो क्यों मिले….. वहीं इस मामले में उच्च अधिकारी का कहना है की विभाग के द्वारा अधिकृत जमीन का मुआवजा 1956 में सभी जमीन रैयत को मिल चुका है….. इसके बाद जमीन दलालों के मिली भगत के बाद पुनः इस जमीन की खरीद बिकी की गयी है…..

बहरहाल कहा जा सकता है कि रैयत के द्वारा अधिग्रहण जमीन का मुआवजा लिया जा चुका है लेकिन कुछ विभाग के अधिकारी और जमीन भू माफियों के मिली भगत से इस जमीन की खरीदी की गई है जिसका हर्जाना आज आम जनता को झेलना पड़ा रहा हैं……..इस अतिक्रमण अभियान में वैशाली गार्डन साथ ही oye संचालित होटल और अधिकृत चार दीवारी क़ो प्रसाशन के बुलडोजर के हत्थे चढ़ाने पर विवश होना पड़ा…. कुछ ही समय में निर्मित होटल मालबो के ढेर में तब्दील हो गया….