सरकार नई योजनाएं लाने पर जोर देती है, लेकिन पुराने स्कूलों की स्थिति को सुधारने की ओर कोई ध्यान नहीं.. संजीव विजय वर्गीय
1 min read

सरकार नई योजनाएं लाने पर जोर देती है, लेकिन पुराने स्कूलों की स्थिति को सुधारने की ओर कोई ध्यान नहीं.. संजीव विजय वर्गीय

RANCHI- आज निवर्तमान उप महापौर ने राजकीयकृत मध्य विद्यालय, करम टोली का दौरा किया और वहां की गंभीर स्थिति का जायजा लिया। पिछले दिनों स्कूल के पुराने हिस्सों को तोड़ा गया था, लेकिन उसके बाद से वहां की सफाई और मरम्मत के लिए कोई कार्य नहीं हुआ। स्कूल परिसर में कचरे का अंबार लगा हुआ है, जिससे बच्चों और शिक्षकों दोनों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

विद्यालय में लगभग 250 छात्र नामांकित हैं, जिनमें से 200 बच्चे नियमित रूप से स्कूल आते हैं। इतनी बड़ी संख्या में छात्रों को पढ़ाने के लिए मात्र दो शिक्षक हैं, जो स्वयं भी कई अन्य जिम्मेदारियों से जूझ रहे हैं। इन परिस्थितियों में बच्चों की शिक्षा और भविष्य की दिशा को लेकर गंभीर चिंता उत्पन्न होती है।

सरकार नई योजनाएं लाने पर जोर देती है, लेकिन पुराने स्कूलों की स्थिति को सुधारने की ओर कोई ध्यान नहीं देती। यह सोचनीय विषय है कि कैसे इस प्रकार की उपेक्षा के चलते बच्चों का भविष्य संवरेगा। सरकारी तंत्र को चाहिए कि वे स्कूल की मौजूदा स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाएं और शिक्षा के अधिकार को सही मायने में लागू करें।

*स्वास्थ्य और स्वच्छता की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए नगर निगम से अपील*

दौरे के दौरान निवर्तमान उप महापौर ने देखा कि स्कूल में एक पुराने टॉयलेट की स्थिति बेहद खराब है। इसके साथ ही, इस क्षेत्र की सड़कों पर भी कोई शौचालय की सुविधा नहीं है, जिससे आम लोगों को बहुत परेशानी हो रही है।

उप महापौर ने नगर निगम से इस समस्या का समाधान करने के लिए आग्रह किया। अपील की गई है कि वे ऐसी व्यवस्था बनाएं जिससे न केवल आम राहगीरों को लाभ मिल सके बल्कि स्कूल के बच्चों को भी इसका उपयोग करने का अवसर प्राप्त हो। इस पहल से न सिर्फ स्वच्छता बनी रहेगी, बल्कि स्वास्थ्य और सुविधा भी सुनिश्चित होगी।